दो महीने बाद घरेलू उड़ान भरने को तैयार विमान, यात्रियों को रखना होगा इन चीजों का ख्याल

केंद्र सरकार ने बुधवार को बड़ी राहत देते हुए 25 मई से घरेलू उड़ानों का परिचालन बहाल करने का फैसला किया है। देश में हवाई सेवा दो महीने के बाद शुरू होगी। लॉकडाउन 4.0 में केंद्र की ओर से यह बड़ी राहत की खबर है। हालांकि नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी
ने स्पष्ट कर दिया है कि हवाई यात्रा के लिए यात्रियों को पहले से घोषित दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एक हफ्ते पहले एसओपी दिशानिर्देश जारी किए थे। आइए जानते हैं कि हवाई यात्रा के दौरान हमें किन बातों का ध्यान रखना होगा।
केबिन में बैग की अनुमति नहीं
केबिन में बैग की अनुमति नहीं
- पहले चरण में 80 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी।
- केबिन में बैग लेकर जाने पर रोक रहेगी। चेक-इन करते समय एक बैगेज ले जाने की अनुमति होगी, जिसका वजन 20 किलो से कम होना चाहिए।
- विमान में खाना नहीं दिया जाएगा। सिर्फ पानी मिलेगा, जिस कप या बोतल में दिया जाएगा।
- लक्षण दिखने पर अनुमति नहीं
- अगर किसी यात्री या स्टाफ में कोई लक्षण दिखाई देता है या आरोग्य सेतु एप पर उसे ग्रीन सिग्नल नहीं मिल रहा है तो ऐसे व्यक्ति को एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग में दाखिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
- एयरपोर्ट के अंदर आने की इजाजत उन्हीं यात्रियों को दी जाएगी, जिनकी फ्लाइट छह घंटे के भीतर उड़ान भरने वाली होगी।
- जिनको बुखार या शरीर का तापमान अधिक होगा, उन्हें यात्रा करने से रोक दिया जाएगा।
- तीन घंटे पहले चेक इन
- एयरलाइंस को प्रस्थान समय से तीन घंटे पहले चेक-इन काउंटर खोलना और प्रस्थान से 60 से 75 मिनट पहले बंद करना होगा।
- प्रस्थान समय से एक घंटा पहले बोर्डिंग शुरू हो जाएगी और विमान के उड़ने के 20 मिनट पहले गेट बंद हो जाएंगे।
- आरोग्य सेतु अनिवार्य, वेब चेक इन को बढ़ावा
- आरोग्य सेतु का मोबाइल में डाउनलोड होना जरूरी होगा।
- सिर्फ वेब चेक इन करनी होगी और बोर्डिंग पास का प्रिंट साथ लाना होगा।
- हर समय मास्क पहने रखना जरूरी होगा। हमेशा अपने साथ 350 मिलीलीटर सैनेटाइजर की बोतल साथ रखनी होगी।
- साथी यात्रियों से कम से कम चार फीट की दूरी बनाकर रखनी होगी।
- प्रशासन को रखना होगा ये ख्याल
- सभी बैग को अच्छे से सैनेटाइज करना होगा, इसी के बाद उन्हें विमान में चढ़ाया जाएगा।
- पर्याप्त मात्रा में सैनेटाइज की हुई ट्रॉली रखनी होगी।
- यात्रियों की भीड़ न लगे, इसलिए ज्यादा से ज्यादा काउंटर खोलने होंगे।
- वॉशरूम समेत प्रत्येक जगहों पर पर्याप्त स्टाफ तैनात करना होगा ताकि सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित की जा सके।